
भारी बारिश से नदियों में खड़े बिजली खभों को नुकसान, बचाव कार्य जारी
जनक्रांति ब्यूरो।
लगातार हो रही भारी वर्षा और नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि के कारण क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित हो रहा है। रतमऊ नदी के तेज बहाव और भू-कटाव से पारेषण लाइनों को गंभीर नुकसान पहुँचा है। जानकारी के अनुसार पिटकुल की 132 के.वी. सिडकुल-रूड़की पारेषण लाइन के टावर संख्या 58 एवं 132 के.वी. ज्वालापुर-रूड़की पारेषण लाइन के टावर संख्या 57 को भू-कटाव की चपेट में आकर भारी क्षति पहुँची है।पिटकुल अधिकारियों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए युद्धस्तर पर बचाव कार्य शुरू कर दिया है। कंपनी की टीम लगातार टावरों को सुरक्षित करने का प्रयास कर रही है ताकि विद्युत आपूर्ति बाधित न हो।पिटकुल के अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार का कहना है कि क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और अतिरिक्त संसाधन भी लगाए गए हैं।उन्होंने बताया कि इसके लिए अस्थाई बांध बनाए जा रहे है,टावर की मजबूती के लिए वायर मस्कट लगाए जा रहे है,से वायर का सहारा देकर टावर को स्थिर रखने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, स्थानीय लोग भी इस आपदा से प्रभावित होकर प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं।क्षेत्रवासियों ने आशंका जताई है कि यदि बारिश का सिलसिला ऐसे ही जारी रहा तो पारेषण लाइनों को और अधिक नुकसान हो सकता है, जिससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
